Nag Panchmi Kab hai: आप लोगों को भली-भांति पता होगा कि इस साल का नाग पंचमी एक विशेष ही महत्व रखता है। और इस साल आप एक उपाय करके नाग देवता से विशेष वरदान भी प्राप्त कर सकते है। तो चलिए जानते है की क्यों खास है इस साल का नागपंचमीं ( Nag Panchmi ) और कौन सा उपाय करना है जिससे घर में सुख समृद्धि की प्राप्ति हो सके।
और भगवान भोलेनाथ को खुश करने के लिए आप क्या करे और विशेष मुहूर्त किस समय बन रहा है जिसमे आपको नाग देवता की पूजा और उपशना करनी चाहिए। और इस नाग पंचमी पर किस टाइम से लेकर किस टाइम तक पूजा करना है। इन सब से जुड़ी जानकारी हम आपको देंगे तो चलिए जानते हैं।
बहुत सारे लोगों का सवाल था की इस साल 2024 का नाग पंचमी में विशेष मुहूर्त कौन सा है? और कौन सा उपाय करने जिससे भगवान भोलेनाथ खुश हों और क्या करें जिससे कि काल सर्प दोष से भी आदमी को पूरे जीवन से छुटकारा मिल जाए तथा आपके ऊपर आए राहु केतु का दोष भी कट जाए। इन सब से जुड़ी जानकारी के लिए आप एक सही जगह पर आए हैं। कृपया करके आप इस पूरे आर्टिकल को ध्यानपूर्वक पढ़े।
नाग पंचमी कब है और किस टाइम से किस टाइम है? – Nag Panchmi Kab Hai?
Nag Panchmi Kab Hai? इस साल 2024 का नाग पंचमी आप लोगों को भली-भांति पता तो होगा ही पर चलिए हम भी आपको बता देतें की हिंदू पंचांग के अनुसार नाग पंचमी का त्यौहार हर साल सावन महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाई जाती है। और इसी दिन विशेष रूप से नाग देवता को खुश करने के लिए पूजा का विधान भी हैं।
नाग पंचमी की तिथि की शुरुआत 21 अगस्त के रात 12:21 पर होगी और समापन 22 अगस्त की रात 2:00 बजे होगी। तो नाग पंचमी मनाने के लिए इसी समय के बिच में बहुत ही शुभ मुहरत माना गया है। और अगर आप किसी और दिन मानना कहते है तो शाश्त्रो के अनुसार ऐसा करने का अनुमति नहीं दिया जाता है। क्योंकि ऐसा करने से आपके ग्रह आप पर भारी पड़ सकतें है।
नाग पंचमी ( Nag Panchmi ) के दिन कौन-कौन से देवता की पूजा होती है?
Nag Panchmi: नाग पंचमी के दिन विशेष रूप से दो देवताओं की ही पूजा की जाती है। नाग पंचमी को तो विशेष रूप से नाग देवता को खुश करने के लिए ही मनाई जाती है। पर जैसा की हम जानते हैं की नागों के स्वामी कहे जाने वाले स्वयं भगवान भोलेनाथ की पूजा करने का भी एक विधान है। और नाग पंचमी के अवसर पर भगवान शिव और नाग देवता दोनो की ही पूजा करने से विशेष रूप से सिद्धि प्राप्त होती है।
इस दिन नाग देवता की पूजा का विशेष महत्व है। पर इस साल 21 अगस्त को और भी शुभ मन जा रहा है। और ये भी माना जा रहा है की इस नाग पंचमी को भगवान शिव और नाग देवता दोनो की ही विशेष रूप से पूजा करके सिद्धि प्राप्त कर सकते हैं।
Nag Panchmi 2024: नाग पंचमी में पूजा करने की विधि क्या है?
जैसा की मैंने आपको बताया कि नाग पंचमी में नाग देवता तथा नागों के स्वामी स्वयं महाकाल के विशेष रूप से पूजा की जाती है। और इसके लिए एक अलग ही विधि होती है। तो चलिए जानते हैं कि नाग पंचमी में पूजन करने की क्या-क्या विधि है?
नाग पंचमी के दिन पूजन करने के लिए घर के दरवाजे के दोनों तरफ नाग देवता की आठ आकृतियां बनानी चाहिए। और उन आठ आकृतियों पर थोड़ा सा हल्दी रोड़ी चावल की कचरी और फूल एवं जल चढ़ाकर नाग देवता की पूजा करें। और कुछ लोगों का मानना ये भी है कि हमें 1 दिन पूर्व में ही भोजन बनाना चाहिए।
क्योंकि 1 दिन पहले का बना हुआ भोजन का भोग लगाने का विशेष रूप से विधान है। इसके अलावा शिवालय या शिव मंदिर में भगवान शिव के गले की शोभा बढ़ाने के लिए कमसे कम तांबे से बने नाग की पूजा करनी चाहिए। और तांबे से बना नाग चढ़ाना चाहिए।
कैसे अपने परिवारों की रक्षा के लिए नाग पंचमी (Nag Panchmi) के दिन पूजा करें?
Nag Panchmi 2024: तो कैसे करें नाग पंचमी के दिन पूजा जिससे नाग देवता खुश हो जाएँ और हमारे परिवार की रक्षा करें? तो नाग पंचमी के दिन विशेष रूप से अपने परिवार की रक्षा करने के लिए ही नाग देवता की पूजा का विधान है। नाग पंचमी के दिन नाग देवता की विशेष रूप से पूजा करने का बहुत ही बड़ा महत्व होता है।
ऐसा करने से नाग देवता प्रसन्न होते हैं और सांप से आपके परिवार की रक्षा करते हैं। इसके अलावा जिन लोगों की कुंडली में कालसर्प दोष होता है वो अगर नाग पंचमी के दिन नाग देवता की पूजा करते हैं तो कालसर्प रोग से वैसे लोग पूरी तरह से छुटकारा पा सकते हैं।
नाग पंचमी के दिन कैसे पूजा करें कि भगवान भोलेनाथ खुश हो जाए? Nag Panchmi 2024
Nag Panchmi 2024: नाग पंचमी के दिन कैसे भोलेनाथ की कृपा प्राप्त करें? सभी हिंदू भाइयों को पता ही होगा कि सभी देवी देवताओं में भोले बाबा सबसे जल्दी खुश होने वाले देवता हैं और अपने भक्तो से बहुत जल्द प्रशन्न हो जातें हैं। तो चलिए जानते है की भगवान भोलेनाथ को खुश करने के लिए क्या करें?
नाग पंचमी के दिन भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए एक चंदन का टुकड़ा या कहे तो लकड़ी लेकर सात मौली बना कर शिव मंदिर में चढ़ाना चाहिए। इसके अलावा भगवान भोलेनाथ की कृपा पाने के लिए शिवलिंग पर अर्क, पुष्प, धतूरा, फल एवं दूध चढ़ाएं और जलाभिषेक भी करें। इससे भगवान भोलेनाथ जल्दी से खुश होंगे और विशेष कृपा प्रदान करेंगे।
इस दिन भगवान भोलेनाथ की पूजा और जलभिषेक कर के आशीर्वाद प्राप्त तो करना ही है। और साथ में राहु केतु जैसे खतरनाक ग्रह से छुटकारा प्राप्त भी प्राप्त किया जा सकता है। जिनके भी कुंडली में राहु केतु का दोष होता है उन व्यक्ति के लिए यह दिन बहुत अलग ही महत्व रखता है।
क्योंकि इस दिन (Nag panchmi 2024) नाग देवता का विशेष रूप से पूजा पाठ करने से राहु केतु जैसे खतरनाक ग्रह से मुक्ति प्राप्त किया जा सकता है। और अगर मन से नाग देवता तथा महाकाल की उपशना की जाए तो आप सारे रोग दुःख दूर हो सकतें हैं। और आपके सारे कष्टों का निवारण हो सकता है। तो बोलिये हर हर महादेव।