Morari Bapu Rishi Sunak News: ” बापू, जय सिया राम ” ये शब्द किसी आम आदमी के नहीं बल्कि हिंदुस्तानी मूल निवासी तथा ग्रेट ब्रिटैन के प्रधानमंत्री ऋषि शुनक के हैं। और ऋषि सुनक ये शब्द कैंब्रिज विश्वविद्यालय में हो रहे मोरारी बापू (Morari Bapu) के सत्संग में कह रहे थे। तो कौन हैं मोरारी बापू जिनका सत्संग सुनने खुद ब्रिटैन के प्रधानमंत्री ऋषि शुनक आये थे। इन सारी बातों को आज के इस आर्टिकल में बताने वाला हूँ।
Morari Bapu Rishi Sunak News: बात ऐसी है की 15 अगस्त को मोरारी बापू का एक सत्संग कैंब्रिज विश्वविद्यालय में चल रहा जिसको सुनने के लिए स्वयं ऋषि शुनक आये और उन्होंने महाराज जी ( Morari Bapu ) के स्वागत करते हुए उनके प्रति अपना अभिवादन व्यक्त किया तथा भारतवाशियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनायें भी दिया। अब चलिए हम आपको बताते हैं की कौन हैं मोरारी बापू और कैसे वो सनातन धर्म के इतने बड़े गुरु बन गए?
कौन है मोरारी बापू ? – Morari Bapu Katha List
Morari Bapu: मोरारी बापू का जन्म 25 सितम्बर, 1946 को महुआ गुजरात के पास तलगजरदा गांव में हुआ है। इनके पिताजी का नाम रघुदास बापू हरियाणवी है तथा इनके माताजी का नाम सावित्री बेन हरियाणवी है। इनके परदादा ऋषिकेश कैलाश आश्रम के पीठधीश्वर थे। इनके दादा जी भगवत गीता तथा रामचरित्रमानष के मरवग्य थे।
जब मोरारी बापू बचपन में स्कूल जाते थे तब उनके दादाजी उन्हें रोज गीता के पांच श्लोक याद करवाते थे। जब बापू ने कॉलेज की पढाई पूरा कर लिए उसके बाद उन्होंने शिक्षक बनने के लिए अध्ययन किये और फिर वो शिक्षक बनकर बच्चों को मार्गदर्शन करने लगे।
मोरारी बापू का पूरा नाम मोरारी दास रघुदास हरियाणवी है। और लोग उन्हें प्यार से बापू कह कर बुलाते हैं। उनका जन्म अश्विन कृष्ण अमावस्या के दिन हुआ है। और इनका जन्म वैष्णव साधु परंपरा के निम्बार्ग सम्प्रदाय परिवार में हुआ। इन्होने जूनागढ़ के सहपुर कॉलेज से अपने शिक्षक की पढाई पूरी की है। और फिर बाद में जेपी पारीक स्कूल में बच्चो को सभी विषय पढ़ते थे। लेकिन उन मन बिलकुल भी इस कार्य में नहीं लगता था।
कैसे एक शिक्षक बन गए इतने बड़े रामकथा वाचक – Morari Bapu Katha list
जैसा की मैंने आपको बताया की बच्चों को पढ़ने में उनका मन बिलकुल भी नहीं लगता था। क्योंकि उन्हें अपने दादा जी के द्वारा सिखाई गयी गीता तथा रामचरित्रमानस का ज्ञान ही आनंदित करता था। 1960 में कलराजवाडा गाँव में महज 14 साल की उम्र में उन्होंने पहिला बार लोगों को रामचरित्रमास सुनाया था।
Morari Bapu Katha list: उसके बाद 1976 में बापू ने पहली बार विदेश में एक सहर नैरोबी में कथा सुनाई। आज की तारीख में पुरे दुनिया में बापू ने 1200 से भी ज्यादा रामकथा करवा चुके हैं। न्यूयोर्क, लंदन, दुबई, भूटान, नेपाल इत्यादि जैसे और भी कई बड़े जगहों पर बापू ने रामकथा आयोजित करवाया है और सनातन धर्म क्क प्रचार प्रसार किया है। 9 दिनों तक चलने वाली कथा में बापू सुबह करीब 4 घंटे तक कथा वाचन करतें हैं।
तथा हनुमान जयंती जैसे धार्मिक मौकों पर विविध धर्मों के शान्तो को एक साथ लाने का भी कार्य करते हैं। 2009 में जब बापू ने महुआ में विश्व धार्मिक सम्मेलन का आयोजन किया था तब उसका उद्धघाटन बौद्ध धर्म के बड़े प्रचारक दलाई लामा ने किया था। 2012 में जब उन्होंने बाल्मीकि रामायण पर राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन करवाया तब उसमे डॉ सत्यवर्धन शास्त्री, डॉ राजेंद्र नानावटी, डॉ डडवालाभ त्रिपाठी जैसे और भी बहुत सारे रामायण विद्वान शामिल हुए थे।
विवादों से भी घिरे हुए हैं मोरारी बापू – Morari Bapu Katha list Controversies
Morari Bapu Katha list: रामकथा के बिच मोरारी बापू प्रशंग आने पर सभी धर्मो का कीर्तन करबाते हैं जिनमे अली मौला भी शामिल था जो समाज के लोगों को बिलकुल भी राश नहीं आया। जिसके बाद हिन्दू समाज के कई सारे लोग नाराज हो गए। हालांकि बापू ने इसके लिए माफ़ी तो मांग ली लेकिन फिर भी कई सारे लोग उनसे दूर रहना ही बेहतर समझने लगे।
ये मुद्दा उठने के बाद कई दिनों तक #boycottmuraribapu जैसी चीजे ट्रेंड कर रही थी। तथा राजीव दीक्षित जैसे वक्ता ने कई बार इनकी पोल भी खोली हैं। और कहा ये भी जाता है है की मोरारी बापू ने अपने बेटी की शादी एक मुले से करवा दी है। जिसके बाद बहुत सारे लोग जो उन्हें गुरु मानते थे वो उनसे दूर होते दीखते हैं।
और यही कारन है की आपको इनके सत्संग में इतना भीड़ देखने को नहीं मिलता है। लेकिन 15 अगस्त को जब इनका सत्संग लंदन के कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में हो रहा था। तब उसको सुनने के लिए स्वयं ऋषि सुनक आये थे। हालांकि उन्होंने इसके लिए माफ़ी तो मांग ली है लेकिन फिर भी सोशल मीडिआ पर आये दिन लोग उन्हें ट्रोल करते दिखाई पड़ते हैं।
दूसरे पक्षों के लोगों का बापू ( Morari Bapu ) के प्रति क्या नजरिया है?
Morari Bapu Katha list: दूसरा पक्ष देखें तो मुरारी बापू रामकथा के एक अनुभवी कथा वाचक हैं। और लोगों का मानना है की मुरारी बापू आत्मा में स्थित परम ज्ञानी पुरुष हैं। और ऐसा व्यक्तित्व शदियों में एक बार इस पृथ्वी पर आता है। और आलोचना तो सभी को सहनी पड़ती है।
आपको बता दें की मुरारी बापू रामकथा के एक अनुभवी कथा वाचक हैं। मुरारी बापू की कथाएं सबको इतना आकर्षित कर देती हैं की सभी धर्मों के लोग उन्हें सुनने के लिए आतें हैं। जिस कारण मुरारी बापू कीर्तन आने पर सभी धर्मों का कीर्तन करवाते हैं।
हालांकि उन्होंने बाद में लोगों से माफ़ी भी मांगी थी और कहा था की ” मैं भी एक इंसान ही हूँ और गलतियां तो देवो से भी होती है। और अगर मेरी बजह से किसी को आहात पहुंची हो तो उसके लिए मैं छमा प्रार्थी हूँ। ” लेकिन लोग कहाँ मानाने वाले हैं। वो तो जब भी मौका मिलता है तब उन्हें ट्रोल करने लगते हैं।
बदलती दिख रही है मोरारी बापू के लिए लोगों का नजरिया – Morari Bapu Rishi Sunak News
हालांकि जब ऋषि शुनक ( Morari Bapu Rishi Sunak News :) का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुई तब लोगों का बापू के प्रति नजरिया बदलता दिख रहा है। और लोगों को ऐसा लग रहा है की बापू में अब बहुत बदलाव हुई है और वो अब हिन्दू धर्म का प्रचार और भी ढंग से कर रहें हैं।
Morari Bapu Rishi Sunak News: देखिये किसी देश का बड़ा नेता अपना कोई भी कदम बड़ी सोच समझ कर उठता है। लेकिन यहाँ पर तो एक प्रधानमंत्री खुलेआम किन्ही संत के सत्संग में जा रहा है| और खुलेआम अपने हिन्दू होने पर गर्व जाहिर करता दिख रहा है। तो जाहिर सी बात है की इनमे कोई तो बात होगी। बाकी सारे लोगों का नजरिए है की कैसे कौन लोग सोचते हैं।